तेजस्वी- नीतीश कैबिनेट में अगड़ी जातियों एवं यादवों का बोल बाला

हल ही में अपने ए टू जेड के नारे को हवा देने वाले तेजस्वी यादव ने इस बार अपने कुनबे में नया प्रयोग को इजहार किया है। अपने इस प्रयोग से उन्हें उम्मीद है की बिहार में अपनी पार्टी के समीकरण को वो नया स्वरुप दे पाएंगे। भूमिहारों पर है फोकस बोचहा उपचुनाव, एमएलसी चुनाव और अब कैबिनेट का गठन, इतना ही नहीं, इनके बीच में की गयी सभाएं राष्ट्रीय जनता दाल एवं भूमिहार समाज के बीच में एक नयी केमिस्ट्री की कहानी बयां कर रही है। खबर तो यह भी है की तेजस्वी यादव सीटवार भी भूमिहार समाज के लोगों के एक हिस्से का वोट लेने की योजना पर भी काम कर रहे हैं। दोनों तरफ से मिल रहे इशारे और मजे की बात तो यह है की यह प्रेम सिर्फ एक तरफ़ा नहीं दिख रहा। बोचहा उपचुनाव के वक़्त भी इसका एक सैंपल हमें देखने को मिला है जब तथाकथित रूप से भूमिहार समाज के एक बड़े वर्ग ने राजद के लिए मतदान किया। कई जगहों पर भूमिहार यह कहते हुए भी दिखाई पड़ते हैं की अब राष्ट्रीय जनता दाल उनके लिए अछूत नहीं रही और सही कैंडिडेट होने पर राजद को वोट देने में उन्हें कोई समस्या नहीं है। अल्पसंख्यक को मिला उचित सम्मान भाजपा के द्वारा ...